2016-02-12

बसंत

बसंत
जीवन का बसंत
खुशियाँ दे अनंत
...

ठंडी धूप हरा मैदान
पीली सरसों हुई जवान
रंग है बिखरे हुए
लो देखो वयस्क हुआ उद्यान
,पक्षी है गीत गा रहे
मन मेरा रिझा रहे
पीला वस्त्र पहन कर सखी
पिया को मैं बुला रही
आयो करें ऋतुराज का अभीनन्दन
बसंत पंचमी में सरस्वती माँ का वन्दन
मोनिका

मीठे बोल

दो मीठे बोल किसी को बोलिए उसका खून बढ जाएगा आपका रक्तदान हो जायेगा