2016-09-25

सुकुन_के_पल

धीरे धीरे चल एे ज़िन्दगी
अभी कुछ ठहरे पल उठाने हैं
कुछ चलते पल रुकाने हैँ
कुछ एहसास दिखाने हैँ
कुछ एहसास छुपाने हैँ
कुछ रंग मिलाने हैँ
कुछ रंग उडाने हैँ
मोनिका वनीत गुप्ता

2016-09-03

my birthday

आस्था के फूल करूँ ईश्वर को अर्पित
कमजोर घड़ियों में प्रभु हो तेरा सहारा
खुशियों के नुपूर बजने लगे रुनझुन
आज है सुनहरा जनम दिन हमारा
जीवन के हर एक पल में
हो अपनों का साथ सदा
यही प्रार्थना करती हूँ
हाथ जोड़ कर सर्वदा
मोनिका गुप्ता

2016-09-02

#बचपन_के_दिन

पेड़ो पर अब फल पकते नही
ताबियत से पत्थर भी अब लगते नहीं
वो बच्चे भी जाने कहाँ गुम हैं
उनसे बाग़ अब सजते नहीं

मीठे बोल

दो मीठे बोल किसी को बोलिए उसका खून बढ जाएगा आपका रक्तदान हो जायेगा