2016-12-29

अभिमान

बाँधी है घड़ी सबने हाथ में
पर पकड में एक भी पल नहीं
अभिमान क्या करना अपनी हस्ती का
जब किस्मत लिखने का बल नहीं





2016-12-11

bye bye 2016

कु्छ लम्हे सुखने रखे धूप में
कुछ बातें फिर याद आयीं
बदल गया मौसम अचानक
 जब एक कहानी गुनगुनायी

2016-11-13

चांद

रात मुझे चांद सा जो कहा तुमने , मेरे हमसफर
 सवेरे जल कर चांद सूरज हो गया , देखो
मोनिका_वनीत

2016-09-25

सुकुन_के_पल

धीरे धीरे चल एे ज़िन्दगी
अभी कुछ ठहरे पल उठाने हैं
कुछ चलते पल रुकाने हैँ
कुछ एहसास दिखाने हैँ
कुछ एहसास छुपाने हैँ
कुछ रंग मिलाने हैँ
कुछ रंग उडाने हैँ
मोनिका वनीत गुप्ता

2016-09-03

my birthday

आस्था के फूल करूँ ईश्वर को अर्पित
कमजोर घड़ियों में प्रभु हो तेरा सहारा
खुशियों के नुपूर बजने लगे रुनझुन
आज है सुनहरा जनम दिन हमारा
जीवन के हर एक पल में
हो अपनों का साथ सदा
यही प्रार्थना करती हूँ
हाथ जोड़ कर सर्वदा
मोनिका गुप्ता

2016-09-02

#बचपन_के_दिन

पेड़ो पर अब फल पकते नही
ताबियत से पत्थर भी अब लगते नहीं
वो बच्चे भी जाने कहाँ गुम हैं
उनसे बाग़ अब सजते नहीं

2016-08-07

मित्रता_दिवस

स्नेह , प्रेम और अटूट बंधन
 पति-पत्नी दो तन एक मन
मित्रता के रंग से और होता गहरा
जैसे धरती पर अम्बर ठहरा
मोनिका_वनीत
#मित्रता_दिवस

मीठे बोल

दो मीठे बोल किसी को बोलिए उसका खून बढ जाएगा आपका रक्तदान हो जायेगा