2017-01-22

सफलजीवन

हे ईश्वर तुझे क्या करूँ अर्पण,
ऐसी क्या वस्तु आज पूजा में चढाऊँ.
ईश्वर कहते हैं
सब चीज़ें तुझे मेने ही दी है
तेरा अपना तो कुछ नही
चढाना है तो अपना अहंकार चढाओ
जो तेरा अपना ही बनाया है.

2017-01-08

शरद ऋतु

जब हवा के साज़ बजते हैं
मस्त पंछी परवाज भरते हैं
बारिश की बूँदे ड़ाली से गिरती हैं
 मन की हर गांठ ढ़ीली करती हैं
शरद ऋतु आयी है भाने हमें
चलो बातियाऐं और जाने तुम्हे

2016-12-29

अभिमान

बाँधी है घड़ी सबने हाथ में
पर पकड में एक भी पल नहीं
अभिमान क्या करना अपनी हस्ती का
जब किस्मत लिखने का बल नहीं





2016-12-11

bye bye 2016

कु्छ लम्हे सुखने रखे धूप में
कुछ बातें फिर याद आयीं
बदल गया मौसम अचानक
 जब एक कहानी गुनगुनायी

2016-11-13

चांद

रात मुझे चांद सा जो कहा तुमने , मेरे हमसफर
 सवेरे जल कर चांद सूरज हो गया , देखो
मोनिका_वनीत

2016-09-25

सुकुन_के_पल

धीरे धीरे चल एे ज़िन्दगी
अभी कुछ ठहरे पल उठाने हैं
कुछ चलते पल रुकाने हैँ
कुछ एहसास दिखाने हैँ
कुछ एहसास छुपाने हैँ
कुछ रंग मिलाने हैँ
कुछ रंग उडाने हैँ
मोनिका वनीत गुप्ता

2016-09-03

my birthday

आस्था के फूल करूँ ईश्वर को अर्पित
कमजोर घड़ियों में प्रभु हो तेरा सहारा
खुशियों के नुपूर बजने लगे रुनझुन
आज है सुनहरा जनम दिन हमारा
जीवन के हर एक पल में
हो अपनों का साथ सदा
यही प्रार्थना करती हूँ
हाथ जोड़ कर सर्वदा
मोनिका गुप्ता

मीठे बोल

दो मीठे बोल किसी को बोलिए उसका खून बढ जाएगा आपका रक्तदान हो जायेगा