2016-07-17

बारिश

बारिश की बुन्दों में तुम्हें ढूँढ़ती हूँ
कभी ठहरी बुंदों में तस्वीर तेरी
कभी बरसती बुंदों में तकदीर मेरी



2016-06-15

ज़िन्दगी

सब  कुछ मिल  जाये  ज़िन्दगी  में  तो  क्या  मज़ा
जीने  के लिये कुछ तो कमी  होनी  जरूरी  है

परिपूर्ण  हो  जाये मन  ऐसा ना हो
कलम चले  तभी  जब तक  कहानी  अधूरी  है

2016-05-09

बेटी

जब वो अपने हिस्से की खीर भी छोटो को खिलाने लगी
सबने कहा बेटी सयानी हो गयी

जब वो मुह दबा कर हसनें लगी
सबने कहा बेटी सयानी हो गयी

जब वो दुपट्टा सम्भाल कर ओड़ने लगी
सबने कहा बेटी सयानी हो गयी

शादी कर जब पति के साथ चहचहाने लगी
सबने कहा बहू का बचपना नही गया

#MonicaGupta

#हमारा_समाज

बेटी

जब वो अपने हिस्से की खीर भी छोटो को खिलाने लगी
सबने कहा बेटी सयानी हो गयी

जब वो मुह दबा कर हसनें लगी
सबने कहा बेटी सयानी हो गयी

जब वो दुपट्टा सम्भाल कर ओड़ने लगी
सबने कहा बेटी सयानी हो गयी

शादी कर जब पति के साथ चहचहाने लगी
सबने कहा बहू का बचपना नही गया

#MonicaGupta

#हमारा_समाज

2016-05-08

मनुष्ययोनि

यहाँ हर किसी को दरारों में झाँकने की आदत है
दरवाजे खोल दो तो कोई पुछने भी नहीं आयेगा

2016-04-19

MAHAVIR JAYANTI

जब आप सुख में हों तो समझना कि यह आपके अच्छे करमों का फल है.
और जब विपरीत परिस्थिति में हैं तो समझें अच्छे कर्म करने क समय आ गया है
May Lord Mahavir life inspire you all

2016-04-13

‎बैसाखीपर्व





कनक की बाली ने सोना बिखेरा
आया नयी फ़सल का सवेरा
बैसाखी की खुशी का यह पल
किसान के श्रम का है मीठा फल
...
अगले साल हे प्रभु रखना ध्यान
फ़सल न उजडे बरसे मौसमी रैन
अन्नदाता हो खुशहाल
धरती माँ भी हो निहाल
मोनिका गुप्ता
‪#‎बैसाखीपर्व‬

मीठे बोल

दो मीठे बोल किसी को बोलिए उसका खून बढ जाएगा आपका रक्तदान हो जायेगा